tag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post3972214114689403106..comments2023-10-26T04:36:16.450-07:00Comments on RAS RANG BHRAMAR KA: वचपन का प्रेमSurendra shukla" Bhramar"5http://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-46920610959695486242011-12-18T07:00:57.259-08:002011-12-18T07:00:57.259-08:00आदरणीया आशा जी सुन्दर उदगार आप के प्रेम त्याग में ...आदरणीया आशा जी सुन्दर उदगार आप के प्रेम त्याग में भी है खोने में भी पाने में तो है ही ...रचना आप के मन को भाई ख़ुशी हुयी <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-53518830434170296412011-12-18T06:59:24.910-08:002011-12-18T06:59:24.910-08:00प्रिय जय कृष्ण जी अभिवादन रचना आप के मन को छू सकी ...प्रिय जय कृष्ण जी अभिवादन रचना आप के मन को छू सकी सुन ख़ुशी हुयी अपना स्नेह बनाए रखें <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-50673213289380363042011-12-18T06:57:02.398-08:002011-12-18T06:57:02.398-08:00प्रिय अशोक जी बहुत से प्रश्न ये बताते हैं की ये भी...प्रिय अशोक जी बहुत से प्रश्न ये बताते हैं की ये भी राजनीति से चपेटे हुए हैं ..लेकिन दिया भी कितनो को जा सकता है ...कोई न कोई उंगली भी उठता रहेगा न ? एक अनार सौ बीमार वाली बात ....<br />सार्थक और विचार को प्रेरित करता लेख <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-51640782950730807982011-12-18T04:51:54.363-08:002011-12-18T04:51:54.363-08:00प्रेम पाने में ही नही खोने में भी है ,त्याग में भी...प्रेम पाने में ही नही खोने में भी है ,त्याग में भी है । सुंदर भावभीनी कविता ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-18804301259107820932011-12-17T16:58:42.106-08:002011-12-17T16:58:42.106-08:00आदरणीय भ्रमर जी नमस्ते |बहुत ही अच्छी कविता |आदरणीय भ्रमर जी नमस्ते |बहुत ही अच्छी कविता |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-78213032156897451612011-12-16T09:02:07.329-08:002011-12-16T09:02:07.329-08:00बचपन का पेम और दोस्ती आजीवन याद रहती हं,...भ्रमर ज...बचपन का पेम और दोस्ती आजीवन याद रहती हं,...भ्रमर जी <br />जो मरते दम तक याद रहती है,...सुंदर पोस्ट ....<br /><br />मेरी नई पोस्ट की चंद लाइनें पेश है....<br /><br />नेता,चोर,और तनखैया, सियासती भगवांन हो गए<br />अमरशहीद मातृभूमि के, गुमनामी में आज खो गए,<br />भूल हुई शासन दे डाला, सरे आम दु:शाशन को<br />हर चौराहा चीर हरन है, व्याकुल जनता राशन को,<br /><br />पूरी रचना पढ़ने के लिए <a href="http://dheerendra11.blogspot.com" rel="nofollow"> काव्यान्जलि </a> मे click करेधीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-17295502598922964442011-12-14T10:37:55.975-08:002011-12-14T10:37:55.975-08:00बचपन का प्रेम और दोस्ती हमेशा याद रहती है,..बढ़िया...बचपन का प्रेम और दोस्ती हमेशा याद रहती है,..बढ़िया पोस्ट ..<br /><br />मेरी नई पोस्ट की चंद लाइनें पेश है....<br /><br />जहर इन्हीं का बोया है, प्रेम-भाव परिपाटी में<br />घोल दिया बारूद इन्होने, हँसते गाते माटी में,<br />मस्ती में बौराये नेता, चमचे लगे दलाली में<br />रख छूरी जनता के,अफसर मस्ती के लाली में,<br /><br />पूरी रचना पढ़ने के लिए <a href="http://dheerendra11.blogspot.com" rel="nofollow">काव्यान्जलि</a> मे click करेधीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-24768540101760675762011-12-14T09:02:48.009-08:002011-12-14T09:02:48.009-08:00भ्रमर जी,..बचपन का प्रेम और दोस्ती आजीवन याद रहती ...भ्रमर जी,..बचपन का प्रेम और दोस्ती आजीवन याद रहती है..<br />इसका ताजा उदाहरण अभी मै पिछले संडे को अपने दोस्त की <br />बच्ची की शादी के सिलसिले में रायपुर गया था,वहाँ मेरी मुलाकात एक पुराने बचपन के दोस्त से हो गई हम लोग ४४ वर्ष बाद मिले थे,दो दिन उसके साथ गुजारे खूब बचपन की यादो को ताजा किया...सुंदर रचना ....<br /><br />मेरी नई पोस्ट की चंद लाइनें पेश है....<br /><br />जहर इन्हीं का बोया है, प्रेम-भाव परिपाटी में<br />घोल दिया बारूद इन्होने, हँसते गाते माटी में,<br />मस्ती में बौराये नेता, चमचे लगे दलाली में<br />रख छूरी जनता के,अफसर मस्त है लाली में,<br /><br />पूरी रचना पढ़ने के लिए <a href="http://dheerendra11.blogspot.com" rel="nofollow">काव्यान्जलि</a> मे click करेधीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-69962026287422167192011-12-13T02:02:17.657-08:002011-12-13T02:02:17.657-08:00सदा जी जय श्री राधे ...रचना आप को भायी सुन हर्ष हु...सदा जी जय श्री राधे ...रचना आप को भायी सुन हर्ष हुआ अपना स्नेह बनाये रखें और सुझाव भी <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-1587648902128752182011-12-13T02:01:02.564-08:002011-12-13T02:01:02.564-08:00आदरणीया रश्मि जी रचना ने आप के मन को छुवा लिखना स...आदरणीया रश्मि जी रचना ने आप के मन को छुवा लिखना सार्थक रहा सच कहा आप ने प्रेम नहीं मिटता यादें तो रह ही जाती हैं <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-84574664468718801712011-12-12T21:37:26.667-08:002011-12-12T21:37:26.667-08:00वाह ...बहुत बढि़या।वाह ...बहुत बढि़या।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8090436390250920264.post-39783297469615856472011-12-11T19:36:30.446-08:002011-12-11T19:36:30.446-08:00prem nahin mittaprem nahin mittaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com